About Us

ग्रामीण विकास संस्थान एक सामाजिक संस्था है जो गांव और समाज को सर्वांगीण विकास हेतु  शिक्षा, स्वास्थ्य और आत्मनिर्भर(DEVELOPMENT) जैसे कार्यक्रम के माध्यम से सहयोग कर रही है। जैसे बाल शिक्षा केन्द्र, योग केंद्र,सिलाई प्रशिक्षण केंद्र,यक्तिगत विकास शिक्षा कार्यक्रम,महिला स्वस्थ सेवा,स्वास्थ्य शिविर,योग शिविर,खेल कूद केंद्र,प्राकृतिक चिकित्सा,लघु-कुटीर उद्द्योग प्रशिक्षण,कृषि में जैविक के लिए प्रेरित/बढ़ावा देने के लिए प्रयास एवं सहयोग करना,संस्कार (नैतिक शिक्षा) पर जागरूकता, सहयोग (आर्थिक जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, असहाय में मदद) आदि क्षेत्रों में प्रयास एवं जागरूक करना ही संस्था का मूल्य उद्देश्य है।

HELTH/स्वास्थ्य

स्वास्थ्य शिविर

स्वास्थ्य शिविर कार्यक्रम में पिछड़े एवं शहर/बाजार से दूर गांव में नि: शुल्क स्वास्थ्य जांच एवं दवा वितरण किया जाता है जिससे जरुरत मंद लोगों का इस कार्यक्रम के माध्यम से सहयोग किया जा सके। 

योग शिविर/प्राकृतिक चिकित्सा 

कार्यक्रम आयोजित करके लोगों को स्वास्थ्य से संबंधित सचेत करते हुए योग और प्राकृतिक चिकित्सा द्वारा रोगों के निवारण के लिए लोगों को जागरूक किया जाता है। योग एक ऐसी चिकित्सा पद्धति है जिसे अपनाकर अपने स्वास्थ्य को स्वंय ही ठीक किया जा सकता है। 

खेल कूद केन्द्र

इस कार्यक्रम के तहत युवाओं को खेल के लिए प्रेरित किया जाता है। गांव में टीम बना कर एक दूसरे गांव के टीम से प्रतियोगिता कराया जाता है जिससे उनके अन्दर रूचि बढ़ेगी और स्वास्थ्य के लिए भी खेल बहुत ही आवश्यक है। यदि कोई खेल को ही अपने दिन चर्या में अपना लें तो उसका शरीर स्वंय स्वस्थ हो जायेगा। इस लिए इस कार्यक्रम के माध्यम से युवाओं को खेल के प्रति प्रेरित किया जाता है। 

महिला स्वास्थ्य कार्यक्रम

पुरूषों की अपेक्षा महिलाओं में कुछ ज्यादा ही समस्याएं होती हैं (स्वास्थ्य के प्रति) क्योंकि गांव की महिलाएं अधिक तर घर में ही रहतीं हैं। जानकारी का अभाव रहता है। तो इस कार्यक्रम के तहत महिलाओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाता है और प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से किस प्रकार रोग को दूर किया जाए इस के लिए प्रशिक्षित भी किया जाता है।

EDUCATION/शिक्षा

बाल शिक्षा केन्द्र

बाल शिक्षा केन्द्र के माध्यम से छोटे बच्चों को दो से तीन घंटे ऐसे बच्चे जो विद्यालय न जाते हो या शैक्षिक रूप से कमजोर हो ऐसे बच्चों को उनके गांव में ही व्यवस्था की जाती है जिससे नैतिक/व्यवहारिक शिक्षा के माध्यम से उनमें शैक्षिक वृद्धि हो तथा ज्ञान एवं कला कौशल में एवं व्यवहार में परिवर्तन किया जाता है और उसे सभ्य, सुसंस्कृत एवं योग्य नागरिक बनाये जाने के लिए प्रयास किया जाता है।  

असहाय बच्चों के शिक्षा में सहयोग

ऐसे बच्चे जो शिक्षा के प्रति अच्छी रूचि रखते हैं और किसी कारण वश वह पढ़ाई नहीं कर पाते चाहे वह आर्थिक रूप से कमजोर हो या अनाथ हो ऐसे बच्चों के शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए संस्था प्रयास एवं सहयोग करती है

व्यक्तिगत विकास शिक्षा

व्यक्तिगत विकास के लिए विद्यार्थियों को उनके विकास हेतु कैम्प लगाकर दिन चर्या एवं जीवन शैली से सम्बंधित प्रशिक्षण दिया जाता है जिससे उनका सर्वांगीण विकास हो सके। 

योग केंद्र

योग केंद्र मे बच्चों को कुशल एवं अनुभवी शिक्षक द्वारा योग शिक्षा की जानकारी शिक्षण एवं प्रशिक्षण के माध्यम से दी जाती है। जिससे उनका स्वंय का विकास हो और योग शिक्षा प्रचार प्रसार कर सकें। 

शिलाई प्रशिक्षण केन्द्र

शिलाई प्रशिक्षण में महिलाओं को गांव गांव में प्रशिक्षित करके उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।  जिससे वह आत्मनिर्भर भी हो और आर्थिक स्थिति में वृद्धि भी हो सके।

DEVELOPMENT/विकास

 

लघु एवं कुटीर उद्योग प्रशिक्षण

इस कार्यक्रम के तहत गांव के महिलाओं एवं पुरुषों को प्रशिक्षित किया जाता है कि छोटे छोटे उद्योग लगा कर आत्मनिर्भर बन सके यदि गांव का व्यक्ति चाहे तो वह घर पर ही रह कर और बहुत ऐसे कार्य है जो करके अपनी आर्थिक स्थिति को सुधार सकते हैं जैसे जड़ी-बूटी, दोना पत्तल, मंजन, धूपबत्ती, अगरबत्ती, अचार-मुरब्बा, शिलाई कढ़ाई, आदि जैसे बहुत से उद्योग हैं जिसे गांवो में आसानी से किये जा सकते हैं। इन सभी कार्य क्रम का निःशुल्क प्रशिक्षण एवं सहयोग। 

जैविक खेती के लिए नि:शुल्क प्रशिक्षण

इस कार्यक्रम के माध्यम से गांव के किसानों को जैविक खेती के लिए प्रेरित किया जाता है और उन्हें प्रशिक्षित किया जाता है।  जैसा कि आज खेतों की स्थिति दिन पर दिन बिगड़ती जा रही है जिसका मूल कारण है रासायनिक खाद एवं दवा जो जमीनों को तो नुकसान करता ही है और इसी का नतीजा है कि हर व्यक्ति किसी न किसी बीमारियों का शिकार होता जा रहा है। यदि हम अपने फसलों को जहर मुक्त कर लें तो हम आटोमेटिक स्वास्थ्य हों जायें इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए किसानों के बीच चौपाल के माध्यम से और प्रशिक्षण के माध्यम से उन्हें प्रेरित एवं सहयोग किया जाता। 

जन-जागरूकता कार्यक्रम 

इस कार्यक्रम के तहत लोगों को सामाजिक सुरक्षा जैसे कार्यक्रमों एवं अन्य सरकारी योजनाएं एवं बालिका शिक्षा, नशा उन्मूलन, दहेज प्रथा, पर्यावरण एवं जल संरक्षण जैसे समस्याओं एवं निवारण हेतु लोगों को जागरूक किया जाता है। बहुत सी ऐसी समस्याएं हैं जो गांवों में जानकारी के अभाव के कारण ही बनी रहती है। जिससे लोगों के विकास का एक बहुत बड़ा कारण बना होता है। इस कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को जागरूक एवं सहयोग किया जाता है।